चंचल चपल अरी कठपुतली
ठुमक ठुमक नाचे बन बिजली
डोर हिलाकर कौन चलाये
हाथ इशारे मौन नचाये
चाल सहेली किसने बदली
इत उत नाचे जैसे तितली
मधुर मधुर तू गान सुनाए
संदेसा अनुपम दे जाए
देख कमरिया तेरी पतली
याद हमें आ जाए मछली
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